Friday, June 02, 2017

Shayari

मैले हो जाते हैं रिश्ते भी
लिबासों की तरह...
कभी-कभी इनको भी
मोहब्बत से धोया कीजिए!
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क्या खूब लिखा है
कल न हम होंगे न गिला होगा।
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा।
जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।
न जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा।
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कमाल का ताना दिया आज मंदिर में भगवान ने...
मांगने' ही आते हो
कभी 'मिलने' भी आया करो...!!!
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शायरों से ताल्लुक रखो, तबियत ठीक रहेगी,
ये वो हकीम हैं , जो अल्फ़ाज़ों से इलाज करते है ..!
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